रावण दहन का 40 सालों में बहुत परिवर्तन आया।
पिछले 40 सालों में दशहरा मैदान छोटा हो गया।
नपा की दुकानों व मकानों का अतिक्रमण हुआ दशहरा मैदान छोटा होता गया।
प्रशासन की लापरवाही है- शिक्षा विद् भट्ट।
खाचरौद/उज्जैन।
चंद्रभान सिंह देवड़ा।खाचरौद में असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक रावण दहन का आयोजन दशहरा मैदान में हुआ। आकर्षक लाईट और पटाखों की चमक से दशहरा मैदान जगमग उठा। हजारों की संख्या में क्षेत्र की जनता दशहरा मैदान में पहुंची काफी इंतजार के बाद रावण दहन हुआ। जहां पुलिस प्रशासन की सुरक्षा और निर्वाचन आयोग का निर्देश भी दशहरा मैदान में दिखा। रावण दहन समिति द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जिसका दर्शकों ने श्रीरामजी की पालकी आने तक आनंद लिया । पुरा नगर श्री रामजी के स्वागतम में फुलों से पट गया। श्री रामजी की पालकी नगर भ्रमण कर दशहरा मैदान पहुंची। पुरा दशहरा मैदान हजारों की संख्या खचा-खच भरा हुआं।वीडियो।
मैदान में अतिक्रमणकर्ताओं के कारण दशहरा मैदान की जगह छोटी पड़ गयी। रावण दहन देखने आए बुजुर्ग व्यक्ति जिन्होने 40 वर्ष तक रावण दहन का संचालन किया, क्षेत्र के शिक्षा विद् श्याम सुंदर भट्ट ने कहा की प्रशासन द्वारा अतिक्रमण पर सख़्त नहीं होने के कारण दशहरा मैदान छोटा हुआ। पहले दशहरा मैदान बहुत बड़ा था आसपास के ग्रामीण जन भी आते था। 40 वर्षो में रावण दहन में हुए परिवर्तन पर दशहरा मैदान का दर्द बयां किया।