महाकाल मंदिर प्रशासक का भस्म आरती में औचक निरीक्षण, हुलिया बदलकर देर रात्रि पहुँचे प्रशासक,दलालों ने लगाई दौड़।
उज्जैन।महाकाल मंदिर हमेशा दलालों द्वारा भस्मारती को लेकर रुपये लेने-देंन कर व धोखाधड़ी को लेकर चर्चा में बना रहता है । दलालों द्वारा अनैतिक तरीके व फर्जी तरीके से भस्म आरती में लेन देन करके प्रवेश दिलाया जाता था । जिसके कई मामले सामने आए व उसमें कार्यवाही भी हुई ।
गणेश धाकड़ के प्रशासक बनते ही उन्होंने आम श्रदालु को सुगमता से दर्शन हो यह उनकी प्राथमिकता रही है । उनके द्वारा भस्मारती में अनैतिक प्रवेश को बंद करने को लेकर व्यवस्था में बदलाव किया था । तथा शासकीय विभाग के सत्कार कर्मचारियों को भस्मारती में वर्जित कर दिया गया था । व कर्मचारियों को सत्कार कक्ष तक ही विशिष्ट / अतिविशिष्ट श्रदालु को लेकर आने की अनुमति थी । जिसके बाद आगे मन्दिर कर्मचारी आगे की दर्शन व्यवस्था तक ले जाएंगे।
आज हुलिया बदलकर आधी रात मन्दिर पहुँच गए प्रशासक,दलालों ने लगाई दौड़।
मन्दिर प्रशासक गणेश धाकड़ भस्मारती में बदली गयी व्यवस्था को देखने हुलिया बदलकर गले में लाल दुपट्टा डालकर व मुंह पर मार्क्स लगाकर लोआर-टीशर्ट में देर रात मन्दिर पहुँच गए । व्यवस्थाओं का जायजा लिया । इस दौरान उन्होंने खुद कुछ लोगो की परमिशन चेक की। इस दोरान अनेतिक तरीके टिकिट बनवाने वाले दलालो ने प्रशासक को देखकर रफ्फूचक्कर हो गए।
भस्मारती में 55 अटेंडर / सत्कार कमर्चारियों का प्रतिबन्ध होना रहा सकारात्मक।
भस्म आरती में 55 अटेंडर व सत्कार कर्मचारियो पर प्रतिबंध लगने का रिजल्ट सकारात्मक रहा। प्रोसेसर गणेश धाकड़ ने बताया कि रविवार को 1705 अनुमति जारी हुई थी जिसमें से 1413 लोग ही भस्म आरती में उपस्थित हुए जबकि आज छुट्टी वाला दिन रविवार था। बिना टिकट वाले व अनेतिक टिकिट वाले लोग मन्दिर प्रवेश नही कर पाए।