Ujjain news : पुलिस जाँच में महिला अतिथि विद्वानों का हुआ पर्दाफाश ,प्राचार्य पर लगाये थे संगीन आरोप,देखे वीडियो।

  • पुलिस जाँच में महिला अतिथि विद्वानों का हुआ पर्दाफाश ,प्राचार्य पर लगाये थे संगीन आरोप।
  • घट्टिया महाविद्यालय का माहौल बिगाड़ने वालो पर कब होगी कार्यवाही ?

उज्जैन । घट्टिया का स्वर्गीय नागूलाल मालवीय शासकीय महाविद्यालय हमेशा सुर्खियों में रहता है। पूर्व में प्राचार्य के साथ प्रोफेसर के द्वारा मारपीट के कारण चर्चा में आया था। लेकिन विगत दिनों महाविघालय की दो अतिथि विद्वान डॉ वंदना डेविड, व डॉ वंदना चुटैल द्वारा प्रिंसिपल पर यौन उत्पीड़न व मानसिक रुप से प्रताड़ित कर अभद्र भाषा का उपयोग करने का आरोप लगाया था, जिसकी शिकायत घट्टिया थाना पुलिस को दोनो अतिथि विद्वानों द्वारा की गई थी। जिसकी जांच रिपोर्ट अब आई जिसमे पुलिस ने प्राचार्य पर लगाये आरोप को निराधार बताया।महाविद्यालय में शिक्षक पढ़ाने की जगह इस तरह के आरोप- प्रत्यारोप लगाने का काम करेंगे तो छात्र- छात्राओं पर इसका क्या असर पड़ेगा ?

अतिथि विद्वानों का कार्यक्रम में बवाल काटते हुए देखे वीडियो।

 

आखिर क्यो की थी शिकायत।

प्राचार्य शेखर मेदमवार द्वारा दोनो महिला अतिथि विद्वानो को महाविद्यालय में समय पर न आने व कार्य मे लापरवाही बरतने पर नोटिस दिया गया था । नोटिस दोनो शिक्षिकाओ को हजम न हुआ ओर नई कहानी लिख दी। व 15 दिन बाद स्वच्छता पखवाड़े के कार्यक्रम में हाई प्रोफाइल ड्रामा कर दिया । जिसके साक्षी वह मौजूद शिक्षक व छात्र-छात्राए है । व प्राचार्य की झूठी शिकायत घट्टिया थाना पुलिस से शिकायती आवेदन देकर की ।

पुलिस जांच में प्राचार्य पर लगे आरोप निराधार निकले।

प्राचार्य पर यौन उत्पीड़न व मानसिक प्रताड़ित करने के आरोप की शिकायत पुलिस को होने के बाद है मामला हाई प्रोफाइल हो गया था । जिसके बाद घट्टिया थाना पुलिस के उपनिरीक्षक शैलेंद्र सिंह अलावे ने मामले की जांच सुपरविजन अधिकारी के निर्देशन में की। जिसमे शिकायत पत्रों की गहराई से जांच की गई। जिसमे महाविद्यालय में लगे सीसीटीवी फुटेज,मोबाइल से की गई रिकॉर्डिंग के फुटेज ,कालेज स्टॉफ व छात्र – छात्राओं के कथन लिए गए। वीडियो फुटेज में कार्यक्रम के दौरान शिक्षिका डॉ वंदना चुटैल द्वारा प्राचार्य से ऊंची आवाज में चिल्ला- चोट कर चुटैल हाथ मे रखे दस्तावेज फेंकते दिखाई दे रही है। उनके साथ बैठी शिक्षिका डॉ वंदना डेविड सहयोग करती हुई चिल्ला चोट करते हुए नजर आ रही है। मामले में प्राचार्य पर लगाए गए मानसिक रूप से प्रताड़ित करने , यौन उत्पीड़न , अभद्र भाषा का प्रयोग करने के तथ्य नही पाए गए।

महाविघालय में चल रहे इस नकारात्मक माहौल से छात्र- छात्राओं में भय का माहौल।

महाविघालय में शिक्षक पढ़ाने की जगह इस तरह का नकारात्मक माहौल बनायेगे, तो महाविद्यालय में पढ़ने आने वाले छात्र- छात्रों पर इसका का क्या असर पड़ेगा ? विचार करने योग्य है। महाविघालय में वर्तमान में 204 विघार्थी अध्ययनरत है जिसमे छात्र-82 व छात्राएं 122 है । पूरे मामले में अब महाविद्यालय में शिक्षिकाओ द्वारा पैदा किये इस नकारात्मक माहौल को बदलने की मांग उठ रही है।

महाविद्यालय का माहौल खराब करने वालो पर कार्यवाही कब होगी ?

महाविघालय का नकारात्मक माहौल बनाने वाली दोनो अतिथि विद्वानों पर कार्यवाही कब होगी? होगी भी या नही । या विभाग के जिम्मेदार इसी तरह इनको साया देकर ओर महाविद्यालय का माहौल खराब करवाने मदद करेंगे। अब देखना यह होगा की कार्यवाही कब होती है ?

पूरे मामले में अतिरिक्त संचालक उच्च शिक्षा विभाग उज्जैन संभाग डॉ. एच. एल अनिजवाल से मोबाइल नम्बर क्र. 87709-68146 पर चर्चा करनी चाही तो उनके द्वारा 2-3 बार कॉल करने पर न उठाया गया । चौथी बार मे उठाया तो कुछ समय बाद बात करने का बोलकर 2 दिन बाद तक खबर लिखे जाने तक फोन लगाना मुनासिब नही समझा व पूरे मामले से बचते हुए नजर आए। अतिरिक्त संचालक के इस रवैये को क्या समझा जाये?

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