फर्जी रजिस्ट्री का जिम्मेदार कौन ?
आख़िर रजिस्ट्रार द्वारा रजिस्ट्री को कैंसिल क्यों किया गया
आरोपो के घेरे में घिरे लोकेंद्र सिंह राजपूत ने कलेक्टर एस पी को सोपा आवेदन ।
अजय नीमा।खाचरौद तहसील के ग्राम चापाखेड़ा के नरसिंह पिता गोर्धनलाल द्वारा ग्राम चापाखेड़ा के ही रहने वाले नरसिंह पिता गोर्धनलाल की भूमि को फर्जी तरीके से बेचने का मामला सुर्खियों में छाया हुआ है।
जमीन मालिक को पता ही नही चला और जमीन का सौदा हो गया कैसे हो गया यह अभी जांच का विषय बना हुआ है।
मामले में आरोपो से घिरे लोकेन्द्र सिंह राजपूत ने मंगलवार को कलेक्टर एस पी को आवेदन सोपकर अपनी बात मीडिया को बताई लोकेन्द्र ने जानकारी देकर बताया की ग्राम चापाखेड़ा के निवासी नरसिंह लाल द्वारा मुझसे जमीन विक्रय के लिये संपर्क किया गया था जिसका सौदा मेरे द्वारा रशीद खान सुराना जिला रतलाम से तय करवाया गया था क्रेता विक्रेता ने आपसी रजामंदी से सौदा तय करते हुए विक्रय पत्र संपादित किया उक्क्त जमीनों का नामान्तरण भी क्रेता के पक्ष में हो गया।
उसी जमीन के संबंध में मंगलवार को फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करने के आरोप मुझ पर लगाए गए जिसकी जानकारी मुझे समाचार पत्रों से प्राप्त हुई मुझे जानकारी लगी की जिस जमीन का सौदा मेने करवाया था उसे फर्जी तरीके से विक्रय करना बताया जा रहा हैं मेरे खिलाफ थाना खाचरौद में असल भूमि स्वामी द्वारा आवेदन दिया गया है जबकि इस मामले में सत्यता यह है की मेरे द्वारा किसी भी दस्तावेज से छेड़छाड़ नही की गई है विक्रेता और क्रेता की सौदेबाजी के बाद रजिस्टार कार्यालय में विक्रय पत्र संपादित हुआ है दस्तावेजों की जाँच की जिम्मेदारी रजिस्टार की होती हैं यदि रजिस्ट्री फर्जी तरीके से होती है तो बिना जांच पड़ताल के रजिस्ट्रार द्वारा कैसे रजिस्ट्री संपादित कर दी गई।
लोकेन्द्र राजपूत ने मीडिया को बताया कि जिस समय मेरे खिलाफ पुलिस में आवेदन दिया गया उसी समय
रजिस्टार द्वारा रजिस्ट्री को कैंसल करने की भी कारवाई की जा चुकी हैं।
षड्यंत्र पूर्वक मेरे विरोधियों द्वारा मेरे विरुद्ध झूठा मुकदमा कायम करवाने के प्रयास किये जा रहे हैं मेरे विरोधी इस मामले में मुझे उलझाकर मेरी सामाजिक प्रतिष्ठा को धूमिल करने में प्रयासरत हैं इसलिए उच्च अधिकारियों को आवेदन सौपकर मामले ने निष्पक्ष जांच कर न्यायोचित कार्रवाई की मांग मेरे द्वारा की गई हैं।
चापाखेड़ा के कृषक की फर्जी रजिस्ट्री की जानकारी की खबर आग की तरह फैलने के बाद रजिस्टार राम कृष्ण सोनकेसरिया द्वारा दिनांक 8/7/2024 को ही उक्क्त रजिस्ट्री को कैंसल करने की कार्रवाई की खबर भी जनचर्चा का विषय बनी हुई हैं
चापाखेड़ा के कृषक नरसिंह की जमीन की फर्जी तरीके से हुई रजिस्ट्री नामान्तरण की कार्रवाई ने सिस्टम की पोल खोल दी है क्या यह सिस्टम की चूक है या फर्जीवाड़ा कौन है इस खेल का असल गुनहगार यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा।