नागदा में बोरे में बंद महिला की हत्या का आरोपी गिरफ्तार,प्रेमी ने की थी हत्या,पुलिस ने किया मामले का खुलासा।

नागदा में बोरे में बंद महिला की हत्या का आरोपी गिरफ्तार,प्रेमी ने की थी हत्या,पुलिस ने किया मामले का खुलासा।

उज्जैन। जिले के नागदा में दो दिन पहले  चंबल नदी में एक अज्ञात महिला का शव बोरे में बंद मिला था, जिसके गरदन तथा सिर पर धारदार हथियार से गंभीर चोट पहुंचाकर उसकी हत्या कर साक्ष्य छिपाने के लिए आरोपी द्वारा उसके शव को बोरे में बंद कर चंबल नदी में फेंक दिया गया था। अज्ञात महिला के हाथ पर वरदीबाई नाम का गुदना था। थाना नागदा में एक दिन पूर्व ही वरदीबाई नामक महिला की गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिजनो द्वारा दर्ज कराई गई थी जिसके आधार पर गुमशुदा के परिवार वालो को मौके पर बुलाया गया जिन्होने महिला के शव को पहचान लिया था और बताया था कि वरदीबाई के शव से चांदी के कमरबंद कडे, विधीया तथा गले में पहना हुआ मंगलसूत्र गायब है तथा शंका जाहिर की थी कि किसी ने महिला के साथ लूट करने के बाद उसकी हत्या कर दी है।

मामले की पड़ताल करने पर नागदा पुलिस को जानकारी हासिल हुई कि जिस दिन महिला घर से सब्जी मंडी का कहकर निकली थी और घर वापस नहीं लौटी थी, उस दिन आखरी बार उसे ग्राम खुरमुडी निवासी रतन गुर्जर के साथ देखा गया था। रतन गुर्जर को हिरासत में लेकर जब पुलिस ने इस संबंध मे उससे पूछताछ की तो पहले तो वह पुलिस को गुमराह करने के लिए कई तरह की कहानियां बनाता रहा लेकिन जब उससे पुलिस द्वारा जुटाए गए सबुतो के आधार पर सख्ती से पूछताछ की गई तो रतन गुर्जर ने बताया कि वह वरदीबाई को करीब ढेड साल पहले से जानता था, जब वह उसे अपने खेत पर सोयाबीन काटने के लिए साथ में लेकर अपने खेत गया था उसके बाद उसकी वरदीबाई के साथ अंतरंगता बढती गई क्योकिं वरदीबाई के पति द्वारा उसे करीब 15 वर्षो पूर्व छोड दिया गया था और रतन की पत्नी भी उसे कई साल पहले छोड़ कर जा चूकी थी। इस दौरान रतन गुर्जर के द्वारा वरदीबाई पर लाखो रुपये खर्च किए गए थे पर इसके बाद भी वरदीबाई उससे संतुष्ट नहीं थी और रतन के ऊपर उसकी जमीन अपने नाम करने का दबाव बना रही थी जिसके कारण रतन काफी तनाव में था । गत मंगलवार को रतन, वरदीबाई को उसके घर के पास से अपनी मोटर सायकल पर बैठाकर शाम के समय ग्राम खुरमुडी स्थित अपने खेत पर लेकर गया जहां उसका वरदीबाई से जमीन उसके नाम पर करने की बात पर झगड़ा हुआ और रतन ने एक दराते से वरदीबाई के गरदन चेहरे व सिर पर अनेक बार कर उसकी हत्या कर दी और अपने घर से एक बोरा लाकर वरदीबाई का शव भरकर अपनी मोटर सायकल पर बांध कर चंबल नदी के पुल के ऊपर से नदी में फेंक दिया, साथ ही मृतिका का मोबाईल फोन भी रतन ने चंबल नदी में फेंक दिया था। रतन ने पुलिस को बताया कि वरदीबाई की हत्या करने के बाद उसने अपने पहने हुए कपडे तथा वरदीबाई के चांदी कमरबंद कडे, बिछीयां व मंगलसूत्र उतारकर अपने घर के पास एक कचरे के ढेर में छिपा दिए थे।

नागदा पुलिस के द्वारा आरोपी रतन गुर्जर को गिरफ्तार कर उससे घटना में उपयोग किए गए दराता, मोटर सायकिल तथा उसके द्वारा घटना के समय पहने रक्त रंजित कपडे और मृतिका वरदीबाई के शव से उतारे गए चांदी के कडे, कमरबंद, बिछीयां व मंगलसुत्र बरामद कर लिया गया है।

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