प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने 73वें जन्मदिवस के अवसर पर नई दिल्ली स्थित यशोभूमि,द्वारका में प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना की घोषणा कर कामगारों को बड़ी सौगात दी है। पीएम विश्वकर्म योजना के लिए 13 हजार करोड़ रूपए जारी किए है जिसका लक्ष्य वित्त वर्ष 2023-24 में कमगारो को लाभ देना है।
17 सितम्बर 2023 को शुभारंभ हुई पीएम विश्वकर्मा योजना के लाभ:
- विश्वकर्मा भाई बहनों को 3 लाख तक का बिना गारंटी ऋण दो किश्तों में (पहली किश्त – 1 लाख, दूसरी किश्त – 2 लाख)।
- टुलकिट खरीदने के लिए 15 हजार रूपए प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
- स्किल अपग्रेडेशन के लिए ट्रेनिंग और 500 रूपए प्रतिदिन स्टाइपेंड।
- कामगारों द्वारा तैयार उत्पादों के लिए क्वालिटी सर्टिफिकेशन , ब्रांडिंग और विज्ञापन जैसी मार्केटिंग सहायता की जाएगी।
योजना के अंतर्गत 18 प्रकार के पारंपरिक कारीगरों-शिल्पकारों को लाभ मिलेगा।
सुतार/ बढ़ई, नाव निर्माता, अस्त्रकार, लोहे का काम करने वाले , टोकरी/चटाई/झाड़ू बनाने वाले, गुड़िया और खिलौने निर्माता (पारंपरिक), सुनार, कुम्हार, जूते बनाने वाला, हथौड़ा व टूलकिट निर्माता, ताला बनाने वाले, मूर्तिकार पत्थर तराशने वाले, राजमिस्त्री, बाल काटने वाले, मालाकार, कपड़े धोने वाले, दर्जी, मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले।
योजना का उद्देश्य।
विश्वकर्मा योजना का मुख्य उद्देश्य पारंपरिक शिल्प में जुटे शिल्पकार और कारीगरों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। ताकि वह अपने प्रोडक्ट्स और सर्विस को बाजार में पहुंचा सकें। इस योजना के माध्यम से लाभार्थी को दी गई राशि से शिल्पकार और कारीगरों की आर्थिक सहायता कर उनके जीवन स्तर को और बेहतर बनाया जा सके और उनकी आय में वृद्धि की जा सके।
