उज्जैन में एक मन्दिर ऐसा भी है जँहा दर्शन से चिंता दूर होती व इच्छा भी पूर्ण होती है।

उज्जैन में एक मन्दिर ऐसा भी है जँहा दर्शन से चिंता दूर होती व इच्छा भी पूर्ण होती है।

उज्जैन।अति प्राचीन चिंतामण गणेश मन्दिरगणेश चतुर्थी के अवसर पर उज्जैन के हजारो वर्ष पुराने चिन्तामण गणेश मंदिर में सुबह से ही भक्तो का ताँता लगा हुवा हे। यहाँ गणेश महोत्सव का आयोजन किया जा रहा हे। भगवान गणेश के मंदिर को भव्य रूप में सजाया गया है। भगवान गणेश को सवा लाख लड्डुओ का भोग भी लगाया गया है। इसके साथ ही सुबह भगवान गणेश का पंचामृत अभिषेक व पूजन किया गया।

धार्मिक नगरी उज्जैन के अति प्राचीन चिंतामण गणेश मंदिर में आज गणेश चतुर्थी के अवसर पर गणेश महोत्सव मनाया जा रहा है जो की 10 दिनों तक चलेगा । शहर से 7 किलोमीटर दूर स्थित चिंतामण मंदिर में भगवान गणेश कि तीन प्रतिमा विराजित है। ये प्रतिमा चिंतामण,इच्छामन और सिद्ध विनायक नाम से जानी जाती है। मान्यता है कि वनवास के समय भगवान राम ,सीता और लक्ष्मण स्वयं यहाँ आए थे और गणेश जी की स्थापना कर पूजन किया था। अपनी प्राचीनता के कारण यह मन्दिर देश भर मै प्रसिद्ध है।

आज गणेश चतुर्थी होने के कारण गणेश जी के इस मंदिर में सुबह से ही भक्तो की भीड़ उमड़ रही हे। यहाँ भगवान गणेश का अति विशेष श्रंगार किया गया हे और प्रसाद के रूप में सवा लाख लड्डू का भोग भी लगाया गया हे। यहाँ आज हजारों श्रदालु आने का अनुमान हे।मान्यता है की भगवन गणेश के मंदिर में भक्तो की मनोकामनाए पूरी होती है |

 

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