अंचल के श्वेतांबर जैन मंदिरों में पर्यूषण महापर्व पर समाजजनों में छाया उल्लास।

अंचल के श्वेतांबर जैन मंदिरों में पर्यूषण महापर्व पर
समाजजनों में छाया उल्लास।

भगवान की आकर्षक अंगरचना कर समाजजनों ने की तप- आराधना।

घट्टिया/उज्जैन।

दिपांशु जैन। घट्टिया, घोंसला, बिछड़ौद सहित अन्य क्षेत्रों में श्वेतांबर जैन समाज के मंगलवार से शुरू हुए पर्यूषण महापर्व को लेकर समाजजनों में काफी उल्लास नजर आया। घोंसला के श्री मुनिसुव्रत प्रभु एवं बिछड़ौद के श्री सुविधिनाथ प्रभु एवं श्री विमलनाथ प्रभु जिनमंदिर सहित क्षेत्र के अन्य प्रमुख मंदिरों में जहां आकर्षक विद्युत साज- सज्जा की है तो समाजजन भगवान की आकर्षक अंगरचना भी कर रहे हैं। पर्व के चौथे दिन भी खुशियां मनाते हुए सुबह 6 बजे से मंदिरों में समाजजनों की भीड़ रही , देखे वीडियो

जहां श्रावक- श्राविकाओं ने नित्य- नियमित पूजा- अर्चना के साथ भगवान की अनेक प्रकार की वेशभूषाओं से अंगरचना की गई। तत्पश्चात 9 बजे करीब स्नपत्र पूजन का आयोजन हुआ, जिसमें शांतिनाथ भगवान की प्रतिमाजी को तिगड़ीए पर विराजमान कर दर्शन- पूजन का आनंद लेकर देश- प्रदेश में सुख- शांति की कामना की। साथ ही दोपहर 2:30 बजे से मंदिर परिसर में नवपद पूजन का भी आयोजन हुआ। श्रावक- श्राविकाओं ने बियासना, एकासना, आयंबिल, उपवास आदि की तपस्या करते हुए अपने मानव जीवन में हुए पापों का प्रायश्चित किया। शाम 7 बजे समाज की श्राविकाओं ने स्थानीय उपाश्रय में प्रतिक्रमण करते हुए जाने- अनजाने हुई जीव हिंसा को लेकर क्षमा मांगी। साथ ही रात्री 8 बजे से प्रमुख मंदिरों में भगवान की आरती करते हुए देर रात तक भजन- कीर्तन किए। समापन पर प्रभावना बांटी गई।

आज होगा महावीर प्रभु का जन्मवाचन।
इधर पर्व के अंतर्गत आज चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर प्रभु का जन्मवाचन भी बड़ी धूम-धाम के साथ मनाया जाएगा। जिसमें समााजजन भगवान के जन्मोत्सव पर कल्पसूत्र का वाचन करते माता त्रिशलादेवी को आए चौदह स्वप्नों का उल्लेख होगा साथ ही महावीर भगवान के जन्मोत्सव पर श्रीफल, खोपरा गोला आदि वधारकर जन्म की खुशियां मनाई जाएगी। साथ ही नगर के प्रमुख मार्गों से वरघोड़ा भी निकाला जाएगा।

Leave a Comment






यह भी पढ़ें